Tuesday, November 27, 2007

आज, बहुत साल के बाद, पाकिस्तान का राष्ट्रपति एवं  सेनापति, दो अलग आदमी हैं. केई साल पहले, परवेज़ मुशर्रफ सिर्फ सेनापति था. पाकिस्तान का राष्ट्रपति नवाज़ शरीफ था. 

मुशर्रफ ने अक्टूबर १९९९ में धक्के से शरीफ को निकल दीया और राष्ट्रपति भी बन गया. वह एक दिक्टाटर था.

आज, आठ साल के बाद, मुशर्रफ सेनापति नही है. यह बहुत अच्छा है, पूरे दुनिया के लिए. नाज़ी जर्मनी (Nazi Germany) में सेनापति एवं राष्ट्रपति एक आदमी था और जग की स्थिथि बिलकुल अच्छी नही थी. जब एक आदमी सब करता है, देश अस्थिर हो जाता है.

पाकिस्तान ने भारत को तीन बार आक्रमण किया है. मेरी आशा है की ये नया परिणाम के बाद और युद्ध नही होगा.