Tuesday, November 27, 2007

यह लेख थोडा अजीब है. मुझे मालूम नहीं कि क्या लिखूं. र.म.सी में बैठके सोच रहा  हूँ. एक हजार एक विषय के बारे में सोचा, पर कुछ नहीं लिख पाया.

ये लेख बहुत मनभावना है. लेख का विषय कुछ भी हो सकता है. यह साधारण नहीं है पर बहुत अच्छा है. कभी - कभी मुश्किल है क्योंकि मन खली होता है और बैठके सोचता हूँ - किस चीज़ पर लिखूं?

कभी विषय चुनने में लेख लिखने से ज्यादा समय लगता है. यह लेख प्रमाण है. आधा घंटा बिताने के बाद, मैने अपने विचार लिखना शुरू किया और तेजी से खत्म कर रहा हूँ. 

यह मन  - ब्लाक बहुत अनोखा है. यह सोचके र.म.सी में बैठके, समय बिता रहा हैं.....